Sunday 23 August 2015

सारी उम्र आंखो मे एक सपना याद रहा.....

सारी उम्र आंखो मे एक सपना याद रहा; सदियाँ बीत गयी पर वो लम्हा याद रहा; ना जाने क्या बात थी उनमे और हममे; सारी महफ़िल भुल

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